टाइफाइड बुखार का आयुर्वेदिक नुस्खा
⚫टाइफाइड बुखार सामान्य बुखार से अलग होता है, ये *सल्मोनेला टाइफी* नामक जीवाणु के कारण होता है जो दूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैलता है।
*🍃टाइफाइड बुखार🍃*
⚫टाइफाइड कोई आसान बुखार नही होता।
इसका नाम ही विषम ज्वर या मियादी बुखार होता है, ये कभी कभी 10 -10 साल तक भी चलता रहता है मरीज दवा खाता है तो बुखार उतर जाता है उसके बाद फिर चढ़ जाता है।
⚫साधारण बुखार भी बिगड़ कर टाइफाइड बन जाता है।
⚫कभी कभी यही बुखार दिमाग में चढ़ कर पागलपन के दौरे का भी कारण बनता है।
⚫इसमें शरीर पर गर्दन के आस पास और सीने पर महीन रेत की तरह चमकीले दाने उभर आते हैं जो लेंस से दिखाई देते हैं।
⚫इस बुखार में जितना अन्न खाते हैं बुखार उतना ही बढ़ता है।
⚫इसलिए आयुर्वेदिक् उपचार में मरीज का अन्न और नमक बंद कर दिया जाता है।
⚫मरीज को केवल फल दूध ही दिया जाता है।
*🍃उपचार:*
➖अमृता (गिलोय) सत् 10 ग्राम
➖सितोपलादि चूर्ण 25 ग्राम
➖संजीवनी वटी 10 ग्राम
➖गोदंती भष्म। 10 ग्राम
➖स्फटिक भष्म 5 ग्राम
➖स्वर्ण बसंत मालती रस 2 ग्राम
⚫सभी को मिला कर 1 ग्राम सुबह 1 ग्राम शाम गुनगुने दूध या पानी या शहद से दें।
⚫दो दिन में बुखार उतर जायेगा, तीन या चार दिन में दाने ख़त्म हो जायेंगे।
जब दाने ख़त्म हो जाएँ तब भोजन में पतली- पतली मूंग की दाल लौंग से तड़का लगा कर और 1 पतली रोटी से प्रारम्भ करना है।
⚫दवा कम से कम 10 दिन खानी होती है।
*🍃टाइफाइड बुखार🍃*
⚫टाइफाइड कोई आसान बुखार नही होता।
इसका नाम ही विषम ज्वर या मियादी बुखार होता है, ये कभी कभी 10 -10 साल तक भी चलता रहता है मरीज दवा खाता है तो बुखार उतर जाता है उसके बाद फिर चढ़ जाता है।
⚫साधारण बुखार भी बिगड़ कर टाइफाइड बन जाता है।
⚫कभी कभी यही बुखार दिमाग में चढ़ कर पागलपन के दौरे का भी कारण बनता है।
⚫इसमें शरीर पर गर्दन के आस पास और सीने पर महीन रेत की तरह चमकीले दाने उभर आते हैं जो लेंस से दिखाई देते हैं।
⚫इस बुखार में जितना अन्न खाते हैं बुखार उतना ही बढ़ता है।
⚫इसलिए आयुर्वेदिक् उपचार में मरीज का अन्न और नमक बंद कर दिया जाता है।
⚫मरीज को केवल फल दूध ही दिया जाता है।
*🍃उपचार:*
➖अमृता (गिलोय) सत् 10 ग्राम
➖सितोपलादि चूर्ण 25 ग्राम
➖संजीवनी वटी 10 ग्राम
➖गोदंती भष्म। 10 ग्राम
➖स्फटिक भष्म 5 ग्राम
➖स्वर्ण बसंत मालती रस 2 ग्राम
⚫सभी को मिला कर 1 ग्राम सुबह 1 ग्राम शाम गुनगुने दूध या पानी या शहद से दें।
⚫दो दिन में बुखार उतर जायेगा, तीन या चार दिन में दाने ख़त्म हो जायेंगे।
जब दाने ख़त्म हो जाएँ तब भोजन में पतली- पतली मूंग की दाल लौंग से तड़का लगा कर और 1 पतली रोटी से प्रारम्भ करना है।
⚫दवा कम से कम 10 दिन खानी होती है।
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