भारतीय विज्ञानं: नदियों में सिक्के क्यों डाले जाते है?
नदियों में सिक्के डालना सौभाग्य से जोड़ा गया है
परन्तु इसका वास्तविक विज्ञानं है की हमारे पूर्वजो ने हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत बुद्दिमत्ता भरा निर्णय लिया था
पहले सिक्के तांबे के बनते थे और ताम्बा मनुष्य के शरीर के लिए आवश्यक धातु है
पहले पीने के लिए नदियों का पानी मुख्य स्त्रोत थे और उस पानी को पीने से शरीर में ताम्बे की कमी न हो इसके लिए नदियों में सिक्के डालने को एक परंपरा और आस्था से जुड़ा बनाकर उसे अभी तक जिंदा रखा गया है
हालाँकि अब उसका वो महत्त्व नहीं रहा परन्तु इस से हमारे पूर्वजो की प्रति हमारा आदर और बढ़ जाता है
उन्हें नमन है
परन्तु इसका वास्तविक विज्ञानं है की हमारे पूर्वजो ने हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत बुद्दिमत्ता भरा निर्णय लिया था
पहले सिक्के तांबे के बनते थे और ताम्बा मनुष्य के शरीर के लिए आवश्यक धातु है
पहले पीने के लिए नदियों का पानी मुख्य स्त्रोत थे और उस पानी को पीने से शरीर में ताम्बे की कमी न हो इसके लिए नदियों में सिक्के डालने को एक परंपरा और आस्था से जुड़ा बनाकर उसे अभी तक जिंदा रखा गया है
हालाँकि अब उसका वो महत्त्व नहीं रहा परन्तु इस से हमारे पूर्वजो की प्रति हमारा आदर और बढ़ जाता है
उन्हें नमन है
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