आयुर्वेद - दमा (asthma) का इलाज

आयुर्वेद - दमा (asthma) का इलाज

1. बच्चो में अस्थमा रोग में आधा चम्मच शहद में बून्द तुलसी के पत्तो का रस मिलकर देने से बहुत लाभ होता है.

2. तुलसी के 20 पत्ते काली मिर्च के पावडर के साथ खाने से दमा मे राहत मिलती है।

3. अस्थमा का दौरा पड़ने पर हल्दी एक चम्मच दो चम्मच शहद में मिलाकर चाटलें।

4. आयुर्वेदिक दवाएं बहुत सुरक्षित हैं और काफी हद तक समस्या का इलाज है। कुछ आम दवाओं कंटकारी अवालेहअगस्त्याप्रशचित्रककनाकसव का प्रयोग किया जा सकता है।

5. रात का खाना हल्का व सोने से एक घंटे पहले लें।

6. सुबह या शाम टहलें और योग में मुख्य रूप से प्राणायाम’ और भावातीत ध्यान करें।
अधिक व्यायाम से बचे।
7. हवादार कमरे में रहें और सोएं। एयर कंडीशनरकूलर और पंखों की सीधी हवा से बचें।
ठंडे और नम स्थानों से दूर रहें।
8. धूम्रपान चबाने वाली तम्बाकूशराब और कृत्रिम मिठास और ठंडे पेय न लें। जिन्हें इत्र से इलर्जी हैंवे अगरबत्तीमच्छर रेपेलेंट्स का प्रयोग न करें।

9. 2/3 गाजर का रस, 1/3 पालक का रसएक गिलास रोज पिएं।

10. जौंकुल्थीबथुआद्रम स्तिच्क अदरककरेलालहसुन का अस्थमा में नियमित रूप से सेवन किया जा सकता है।

11. मूलेठी और अदरक 1/2-1/2 चम्मच एक कप पानी में लेना बहुत उपयोगी होता है।

12. तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।

13. जो लोग इस रोग की चपेट में आ चुके हैंउनके लिए हर ऋतु के प्रारम्भ में एक-एक सप्ताह तक पंचकर्म की नस्य या शिरोविरेचन चिकित्सा इस रोग की रोकथाम में सहायक होती है।

14. दिल्ली के शालीमार बाग स्थित महर्षि आयुर्वेद अस्पताल में इसकी अच्छी व्यवस्था है।

15. रात-विरात यदि दमा प्रकुपित हो जाएतो छाती और पीठ पर गर्म तिल तेल का सेंक करें।

16. घर में एक शीशी प्राणधारा की अवश्य रखें। उसमें अजवाइन का सत् होता हैजिसकी भाप दमा के दौरे में राहत देती है।

17. 1/4 चम्मच सोंठछ: काली मिर्चकाला नमक 1/4 चम्मचतुलसी की पत्तियों को पानी में उबाल कर पीने से भी दमा में आराम मिलता है।

18. 1/4 प्याज का रसशहद एक चम्मचकाली मिर्च 1/8 चम्मच को पानी के साथ लें।


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