पानी की ये आदत आपको बना सकती है सेहतमंद
"जल ही जीवन है\"। ऎसा सदियो से बोला जा रहा है और ये सच भी है।
लेकिन कई लोग गलत तरह से पानी को पीते हैं तो फायदा करने की जगह नुकसान पहुंचाता है।
आइए जाने कि पानी कब और कितना पीना चाहिए-
आयुर्वेद अपनाएं । जीवन बचाएं ।।
लेकिन कई लोग गलत तरह से पानी को पीते हैं तो फायदा करने की जगह नुकसान पहुंचाता है।
आइए जाने कि पानी कब और कितना पीना चाहिए-
- हमेशा नेचुरल पानी पीएं जैसे घडे का पानी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। कभी भी फ्रीज या बर्फ का पानी नही पीएं।
- सुबह उठते ही कुल्ला कर के 2 से 3 गिलास पानी सुखआसन मे बैठकर पानी घूटं-घूटं करके पिये। ये सेहत के लिए अच्छा होता है साथ ही इससे पेट भी साफ रहता है।
- खाने के साथ भी कभी पानी न पिये। डाइटिशन कहते हैं कि जरूरत पड़े तो सुबह ताजा फल का रस, दोपहर मे छाछ और रात्रि मे गर्म दूध का उपयोग करें।
- हमेशा पानी को घूट-घूट करके चबाते हुए पिये और खाने को इतना चबाये की पानी बन जाये।
- खाने के 40 मिनट पहले और 60-90 मिनट के बाद पानी पिये और फ्रीज का ठंडा पानी, बर्फ डाला हुआ पानी जीवन मे कभी भी नही पिये। गुनगुना या मिट्टी के घडे का पानी ही पिये ।
- गर्म पानी सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन जरूरत से ज्यादा गर्म पानी गले और जीभ को जला सकता है।
- दिनभर में कम से कम आठ से दस ग्लास पानी जरूर पीएं।
आयुर्वेद अपनाएं । जीवन बचाएं ।।
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